मुश्किलों का दौर है क्यूँ किसे आजमाते हो। मुश्किलों का दौर है क्यूँ किसे आजमाते हो।
मुट्ठी में कस बंद मैंने खौफ़ सारे रख लिए हैं! मुट्ठी में कस बंद मैंने खौफ़ सारे रख लिए हैं!
कितने मुश्किल दौर गुजर गए हैं जिंदगी के पलक झपकते यह दौर भी गुजर जाएगा। कितने मुश्किल दौर गुजर गए हैं जिंदगी के पलक झपकते यह दौर भी गुजर जाएगा।
कभी न कभी तो इसे भी तो गुज़रना होगा।। कभी न कभी तो इसे भी तो गुज़रना होगा।।
थोड़ा मुश्किल हो सकता जीवन जीना इस दौर में , थोड़ा मुश्किल हो सकता जीवन जीना इस दौर में ,
रही अडिग सत्य पथ पर तो निश्चय ही स्वयंसिद्धा कहलाओगी। रही अडिग सत्य पथ पर तो निश्चय ही स्वयंसिद्धा कहलाओगी।